कुछ शब्द दिल से निकल कर, कागजों के पन्नों पर उतर आए। तो कुछ एहसास बनकर, आंखों में सीमट रहे है। कुछ खामोशी बनकर सताएं, तो कुछ जुस्तजू में बह जाए। कुछ …
Read moreकल्पनाएं भी अजीब होती है हकीकत से मीलों दूर, बिल्कुल एक कभी खत्म ना होने वाली, क्षितिज की तरह.... सबकी होती है, अपनी होती है। कुछ प्रभाव से बनते , तो…
Read moreEmerges out of the light and merges within the dark. Though it's size changes with time but it always remain with us. Down to earth goes beyond t…
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